Ad 1
Ad 2
Ad 3

कार्यशाला का आयोजन जागरूकता का बनेगा सशक्त माध्यम : विजय गौड़ अध्यक्ष भागीदारी जन सहयोग समिति

केआईआईटी कॉलेज ऑफ एजुकेशन और केआईआईटी इंजीनियरिंग, भागीदारी जन सहयोग समिति के साथ मिलकर 'महिलाओं के विरुद्ध घरेलू हिंसा की रोकथाम' पर एक कार्यशाला का आयोजन 23  सितम्बर 2025  को केआईआईटी परिसर, सोहना रोड, गुरुग्राम में महिलाओं के विरुद्ध घरेलू हिंसा की रोकथाम पर एक कार्यशाला का आयोजन कर रहे हैं। 

भागीदारी जन सहयोग समिति के अध्यक्ष विजय गौड़   ने बताया कि
इस कार्यशाला का उद्देश्य घरेलू हिंसा के कारणों, परिणामों और निवारक उपायों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है, साथ ही प्रतिभागियों को महिलाओं के लिए एक सुरक्षित और सम्मानजनक वातावरण बनाने में योगदान देने के लिए सशक्त बनाना है। उन्होंने बताया कि प्रख्यात वक्ता, कानूनी विशेषज्ञ और सामाजिक कार्यकर्ता इस ज्वलंत सामाजिक मुद्दे से निपटने के लिए अपनी अंतर्दृष्टि और व्यावहारिक रणनीतियाँ साझा करेंगे।

श्रीमती ममता कुमारी राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य मुख्य अतिथि के रूप में कार्यशाला को सम्बोधित करेंगी  जिन्हें विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में काम करने का व्यापक अनुभव है और वे हर मंच पर महिलाओं के अधिकारों के लिए लड़ती रही हैं। उन्होंने सबसे पहले अपने परिवार में अपनी शिक्षा और समान अधिकारों के लिए संघर्ष किया। 

इस सत्र की अध्यक्षता भागीदारी जन सहयोग समिति के अध्यक्ष 
विजय गौड़ करेंगे जिन्हें पिछले 42 वर्षों से नई दिल्ली नगर पालिका परिषद में सामुदायिक सेवा क्षेत्र में कार्य करने का अनुभव है और उनके उत्कृष्ट  योगदान के लिए  पालिका परिषद से स्वर्ण पदक से भी सम्मानित किया जा  चुका हैं। 

समिति की सदस्या अर्चना अरोड़ा ने बताया कि आमंत्रित अतिथि वक्ता डॉक्टर  नीरजा चतुर्वेदी जानी मानी कवयित्री एवं  आर जे एफ़॰एम॰ रेन्बो आल इंडिया रेडियो महिलाएँ के ख़िलाफ़ बढ़ते हुए साइबर अपराध पर विस्तार से चर्चा करेंगी 
। अन्य अतिथियों में वरिष्ठ पत्रकार 
वकार अहमद एवं  अविनाश जॉली पर्यावरण ऐक्टिविस्ट शामिल हैं।

डॉ. नीलिमा कामरा, रजिस्ट्रार, कॉलेज समूह और केडब्ल्यूएस स्कूल की प्रिंसिपल, प्रो. इंदिरा ढुल, निदेशक, केआईआईटी कॉलेज ऑफ एजुकेशन और डॉ. सीमा श्रीवास्तव, प्रोफेसर, केआईआईटी कॉलेज ऑफ एजुकेशन भी महिला सुरक्षा और महिला सशक्तिकरण और समाज में उनके हितों और सम्मान की रक्षा में समाज की भूमिका से संबंधित मुद्दों पर श्रोताओं को संबोधित करेंगी। डॉ. महावीर सिंह, प्राचार्य, केआईआईटी ऑफ इंजीनियरिंग, डॉ. अंशु राधा अग्रवाल, प्राचार्य, केआईआईटी कॉलेज ऑफ एजुकेशन, संकाय सदस्य, छात्र और समुदाय के प्रतिनिधि इस इंटरैक्टिव सत्र में भाग लेंगे, जो लैंगिक समानता और सामाजिक जिम्मेदारी के लिए केआईआईटी की प्रतिबद्धता की पुष्टि करेगा।

कार्यक्रम का समन्वय संयुक्त रूप में डॉ. सीमा श्रीवास्तव, प्रोफेसर, केआईआईटी कॉलेज ऑफ एजुकेशन और डॉ. कनिका कौर, एसोसिएट प्रोफेसर, केआईआईटी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग द्वारा डॉ. नीलिमा कामरा, रजिस्ट्रार, कॉलेज ऑफ कॉलेजेज और प्रिंसिपल केडब्ल्यूएस स्कूल के कुशल मार्गदर्शन में किया जाएगा।

Advertisement

Advertisement Image

Leave a comment