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ग्वालियर में वृहद पौधारोपण: न्यायाधीश, जवान और किसान का संयुक्त प्रयास।

गुलशन परुथी – ग्वालियर

प्रधान जिला न्यायाधीश श्री पी. सी. गुप्ता ने कहा कि वर्तमान समय में पर्यावरण संरक्षण और संतुलन के लिए अधिक से अधिक पौधारोपण और उनकी देखभाल जरूरी है। “पंच-ज” अभियान के अंतर्गत नीमवन पर आयोजित वृहद पौधारोपण कार्यक्रम में न्यायाधीश, जवान और किसान ने सहभागिता की। इस कार्यक्रम का आयोजन मध्य प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश पर संपूर्ण मध्यप्रदेश में पर्यावरण दिवस से लेकर स्वतंत्रता दिवस तक चल रहे 72 दिवसीय वृक्षारोपण और वृक्षापोषण कार्यक्रम के अंतर्गत किया गया।

श्री गुप्ता ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, “पेड़-पौधों के माध्यम से प्रकृति जीवों पर अनंत उपकार करती है। पौधारोपण और उनका पोषण पर्यावरण संरक्षण की प्राथमिक आवश्यकता है।” उन्होंने जोर देकर कहा कि धरती को हरित बनाने में स्वसंकल्प सहित जनसहयोग और सामूहिक प्रयास आवश्यक हैं।कार्यक्रम में वीर नारी शक्ति स्व-सहायता समूह के संचालक श्री जयेंद्र सिंह राणा ने नीम-शीशम पर्वत को शहरवासियों के लिए प्राकृतिक स्थल बनाने के प्रयासों पर प्रकाश डाला। बीएसएफ टेकनपुर के बैण्ड ने भी अपनी प्रस्तुति दी।

इस अवसर पर प्रधान जिला न्यायाधीश श्री पी. सी. गुप्ता, जिला न्यायाधीश एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री आशीष दवंडे, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री नितिन कुमार मुजाल्दा, जिला रजिस्ट्रार श्री अमित मालवीय, नगर निगम मजिस्ट्रेट श्री धर्म कुमार, वन न्यायालय के मजिस्ट्रेट श्री तपन धारगा, और वीर नारी शक्ति स्व-सहायता समूह के सदस्य उपस्थित थे। उन्होंने नीम, जामुन, बहेड़ा, आंवला, अमरूद, शीशम, आम, सहजन, वेलपत्र, करंज आदि प्रजातियों के 500 पौधे लगाए।

इस कार्यक्रम ने पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने और सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता को उजागर किया।

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